आज वसंत पंचमी और गणतंत्र दिवस का सुखद मिलन था। जहां एक ओर सरस्वती के उपासकों ने मां सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त किया, वहीं दूसरी ओर उन्होंने राष्ट्रीय अखंडता और संप्रभुता का संकल्प भी लिया।
गणतंत्र दिवस की 74वीं पुण्य बेला पर दून विश्विद्यालय में कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने ध्वजारोहण किया उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हम एक राष्ट्र के रूप में बहुत उन्नति कर रहे हैं। किंतु यह उन्नति सतत रूप से चलती रहनी चाहिए जो बिना महिलाओं के सशक्तिकरण के संभव नहीं है कुलपति ने विश्वविद्यालय की चार महिला कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट एवं सराहनीय कार्यों के लिए उन्हें सम्मानित करते हुए कहा कि यह समय महिलाओं के सशक्तिकरण का है, और वैश्विक स्तर पर भारत के और अधिक बेहतर प्रदर्शन के लिया महिलाओं के साथ समाज के प्रत्येक व्यक्ति का सहयोग एवं योगदान महत्वपूर्ण है ।
नारी सशक्तिकरण से ही राष्ट्र सशक्त होगा उन्होंने इस अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों सहित भारतीय संविधान के निर्माता भारत रत्न डॉक्टर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के सपनों का भारत बनाने की दिशा में कार्य करने हेतु युवाओं का आवाहन किया ।
कार्यक्रम में एन सी सी कैडेट्स ने आकर्षक परेड का संचालन किया तथा पूरी भारतीयता के सांस्कृतिक पक्ष को एक भारत श्रेष्ठ भारत थीम पर बेहतरीन रूप से अपनी प्रस्तुतियों में उकेरा।
इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो एचसी पुरोहित, कुलसचिव डॉ एम एस मंद्रवाल, प्रोफेसर कुसुम अरुणाचलम, प्रोफेसर आरपी ममगाई, प्रोफ़ेसर हर्ष डोभाल, डॉ रीना सिंह, डॉ चेतना पोखरियाल, उप कुलसचिव नरेंद्र लाल, सहित सभी विभागों के अध्यक्ष, शिक्षक, शिक्षिकाएं, अधिकारी, कर्मचारी, छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ राकेश भट्ट ने किया।