अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में बृहस्पतिवार को इंटरनेशनल कॉलेज फेस्टिवल पायरेक्सिया 2023का आगाज हो गया। पांच दिवसीय पायरेक्सिया फेस्टिवल के अंतर्गत विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, स्टार्स नाइट्स और विभिन्न खेलों का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर एमबीबीएस यूजी स्टूडेंट्स ने विभिन्न रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों की भरपूर तालियां बटोरीं।
बृहस्पतिवार को एम्स ऑडिटोरियम में मुख्य अतिथि सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व विशिष्ट अतिथि ऋषिकेश मेयर अनीता ममगाईं ने पांच दिवसीय पायरेक्सिया फेस्टिवल का दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सीएम धामी ने पायरेक्सिया के आयोजन के लिए एम्स की स्टूडेंट्स एसोसिएशन का बधाई दी और उम्मीद जताई कि पायरेक्सिया के आयोजन से मेडिकल के छात्रों में नई उमंग, उत्साह व ऊर्जा का संचार होगा। उन्होंने इस दौरान सूबे के मुख्य सेवक के नाते पायरेक्सिया के आयोजन में राज्य के बाहर से शामिल हो रहे प्रतिभागियों का देवभूमि उत्तराखंड में स्वागत किया।
सीएम ने कहा कि वह पायरेक्सिया के आयोजन में अन्य कार्यक्रमों को छोड़ खासतौर से शामिल हुए हैं, क्योंकि वह मेडिकल छात्रों के मध्य आने का अवसर नहीं गंवाना चाहते थे। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि यह कार्यक्रम मेडिकल स्टूडेंट्स में मौजूद विभिन्न तरह की प्रतिभा को आगे लाने में मददगार साबित होगा। सीएम ने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र छात्राओं को परमात्मा ने इस क्षेत्र में लोगों स्वास्थ्य देखभाल व उपचार के लिए खासतौर से भेजा है। लिहाजा उन्हें पढ़ाई के साथ साथ जीवन में आने वाली कठिनाइयों का सामना करने को भी तैयार रहना होगा। इस दौरान उन्होंने आपात स्थितियों के लिए एम्स की हेली एंबुलेंस सेवा, ट्रॉमा एवं इमरजेंसी सेवाओं को शानदार प्रयास बताया और इसके लिए एम्स प्रशासन की सराहना की।
उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का उत्तराखंड में एम्स संस्थान के रूप विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं से युक्त अस्पताल स्थापित करने का सपना था, जिससे राज्य के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। इस दौरान उन्होंने हाल ही में चमोली में हुए हादसे के घायलों के बेहतर उपचार सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए एम्स संस्थान का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई अत्यधिक कठिन और अवसाद पैदा करने वाली होती है,लिहाजा स्टूडेंट्स में क्रिएटिविटी को बढ़ाने व उन्हें तनाव मुक्त रखने के लिए इस तरह के रचनात्मक कार्यक्रम नितांत आवश्यक हैं। उन्होंने बताया कि पायरेक्सिया फेस्टिवल के अंतर्गत होने वाली तमाम कार्यक्रमों को संस्थान के स्टूडेंट्स ने ही तैयार किया है, जिसके क्रियान्वयन में फैकल्टी सदस्य उनका सहयोग कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने सभी को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व की बधाई भी दी। संकायाध्यक्ष अकादमिक प्रोफेसर (डॉ.) जया चतुर्वेदी ने पायरेक्सिया के आयोजन को स्टूडेंट्स में रचनात्मकता को बढ़ावा देने वाला बताया और आयोजन में बेहतर प्रदर्शन के लिए उन्हें अग्रिम बधाई दी।
पायरेक्सिया के उद्घाटन कार्यक्रमों की शुरुआत एमबीबीएस यूजी स्टूडेंट्स ने श्रीगणेश वंदना से की। इस अवसर पर विभिन्न कक्षाओं के विद्यार्थियों ने डांस ड्रामा के माध्यम से मां गंगा के अवतरण की नृत्य नाटिका की शानदार प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम के तहत पैरामेडिकल व नर्सिंग छात्र छात्राओं ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर श्रीकृष्ण लीला का आयोजन किया। इसके अलावा कई अन्य रंगारंग कार्यक्रम हुए।
एम्स ऋषिकेश स्टूडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव अंकुर शर्मा ने पायरेक्सिया आयोजन की विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान पांच दिवसीय पायरेक्सिया फेस्टिवल के तहत होने वाले तमाम आयोजनों परआधारित पायरेक्सिया ट्रेलर का भी प्रदर्शन किया गया। एनाटॉमी विभाग की डॉ. रश्मि मल्होत्रा के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव मित्तल, चीफ प्रवोस्ट प्रो. अमित गुप्ता, डॉ. मोनिका पठानिया, डॉ. मृदुल धर आदि फेकल्टी सदस्य, चिकित्सक, अधिकारी व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।