देहरादून, 13 दिसंबर 2025
जिज्ञासा विश्वविद्यालय परिसर में आज एलुमनाई मीट–2025 का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के विभिन्न वर्षों के पूर्व छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में सहभागिता की। यह आयोजन पूर्व छात्रों को पुनः एक मंच पर लाने, आपसी संबंधों को सुदृढ़ करने तथा उनके अनुभवों से वर्तमान विद्यार्थियों को मार्गदर्शन देने के उद्देश्य से किया गया।
कार्यक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. शंकर राममूर्ति के नेतृत्व में संपन्न हुआ। अपने संबोधन में कुलपति ने पूर्व छात्रों का स्वागत करते हुए कहा कि एलुमनाई किसी भी विश्वविद्यालय की पहचान और गौरव होते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व छात्रों की उपलब्धियां विश्वविद्यालय के शैक्षणिक वातावरण और मूल्यों को समाज तक पहुंचाती हैं।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की सभी संकायों के डीन उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में पूर्व छात्र-छात्राओं एवं वर्तमान विद्यार्थियों को शुभाशीर्वाद देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। डीनगण ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों और निरंतर सीखने की भावना ही जीवन में सफलता की कुंजी है।
कार्यक्रम के दौरान पूर्व छात्र-छात्राओं ने अपने शैक्षणिक, पेशेवर एवं व्यक्तिगत अनुभव साझा किए। संवाद सत्र के माध्यम से विद्यार्थियों को करियर, उद्योग की चुनौतियों एवं अवसरों के बारे में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। पूरे आयोजन में हंसी-मजाक, आपसी मेल-मिलाप और भावनात्मक क्षणों का सुंदर संगम देखने को मिला, जिससे कार्यक्रम अत्यंत यादगार बन गया।
एलुमनाई मीट–2025 ने जिज्ञासा विश्वविद्यालय और उसके पूर्व छात्रों के बीच संबंधों को और अधिक मजबूत करने का कार्य किया। कार्यक्रम के अंत में सभी पूर्व छात्रों ने विश्वविद्यालय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी ऐसे आयोजनों में सक्रिय सहभागिता निभाने की इच्छा जताई।


