अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश के ट्रॉमा विभाग के हेल्प लाइन नम्बर पर अब विभाग में बेड की उपलब्धता की जानकारी भी प्राप्त की जा सकेगी। विभाग का यह नम्बर सप्ताह के सभी दिनों में 24 घन्टे कार्य करेगा।
विभिन्न आपदाओं और सड़क दुर्घटनाओं के अलावा ट्रॉमा से सम्बन्धित अन्य आपात स्थिति वाले मरीजों के इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश में आधुनिक तकनीक की मेडिकल सुविधाओं वाला विशेष ट्रॉमा विभाग संचालित है। इस विभाग में ऐसे सभी लोगों का उपचार किया जाता है जो आकस्मिकतौर से किसी दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए हों।
एम्स संस्थान के ट्रॉमा विभाग में ऐसे लोगों के तत्काल इलाज के लिए आपात्कालीन सर्जरी और विभिन्न जांचों सहित सभी प्रकार की मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध हैं।
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर माह के दूसरे सप्ताह में विश्व ट्रॉमा -डे के अवसर पर उत्तराखण्ड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत) गुरमीत सिंह ने एम्स के ट्रॉमा विभाग के ट्रॉमा हेल्प लाइन नम्बर 18001804278 का ई-उद्घाटन किया था। ट्रॉमा विभाग के उक्त मेडिकल हेल्प लाइन नम्बर पर शुरुआत में सीमित जानकारियां ही उपलब्ध हो पा रही थी, लेकिन अब इस नम्बर पर मरीज के इलाज से जुड़ी सभी आवश्यक जानकारियां प्राप्त की जा सकती हैं।
इस बाबत एम्स के ट्रॉमा सर्जन डॉक्टर मधुर उनियाल ने बताया कि उक्त हेल्प लाईन नम्बर के 24 घंटे संचालन हेतु विभागीय स्तर पर पर्याप्त संख्या में स्टाफ की व्यवस्था कर दी गई है। विभाग का प्रयास है कि आपात स्थिति में फोन करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को इलाज से सम्बन्धित सभी वांछित जानकारियां समय पर उपलब्ध करवाई जाए।
डॉक्टर उनियाल ने कहा कि एम्स की ट्रॉमा बिल्डिंग से संचालित होने वाली इस सेवा द्वारा इलाज के दौरान और इलाज के बाद भी मरीज की मेडिकल संबन्धित आवश्यक जानकारी हासिल की जा सकती है।
इसके अलावा इस नम्बर से ट्रॉमा विभाग में मरीज की सर्जरी की डेट, ओपीडी सम्बन्धित जानकारियां और विभाग के वार्ड में बेड की उपलब्धता भी बताई जाएगी। ताकि दूर-दराज से फोन करने वाले व्यक्ति को एम्स के ट्रॉमा विभाग से जुड़ी आवश्यक जानकारियों के लिए अनावश्यक तौर से परेशान न होना पड़े।