पहाड़ कि बेटी अंकिता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर नई टिहरी के कांग्रेसियों ने राज्य सरकार का पुतला दहन किया।
शहर कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में किए गए पुतला दहन कार्यक्रम में शहर अध्यक्ष देवेंद्र नौडियाल ने कहा कि अंकिता हत्या प्रकरण में शुरू से ही सरकार और प्रशासन संदेह के घेरे में है। उन्होने आरोप लगाया कि सत्ताधारी भाजपा से सम्बंध रखने वाले हत्यारोपियों को बचाने के लिए सरकार द्वारा हल्की औपचारिकताएं की जा रही हैं।
जिस प्रकार से रातों-रात बिना किसी आदेश के आरोपियों के रिसॉर्ट पर डोजर चलाया गया,उससे सबूतों को मिटाने की साजिश की शंका जाहिर हो रही है।पुलिस के द्वारा भी कई दिन बाद अंकिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखी गई।पोस्टमार्टम में भी बलात्कार वाले एंगल से जांच नहीं की गई जबकि अंकिता के मृत शरीर पर कुछ घावों के निशान भी मिलने की बात सामने आई है।
ऐसे में जाहिर है कि रसूख वाले परिवार से संबंध रखने वाले आरोपियों को बचाने के लिए केस को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है और सरकार लीपा पोती में लगी हुई है।
कांग्रेसियों ने मांग की कि दोषियों पर शीघ्र ही फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर जल्द से जल्द कठोर सजा दी जाए।तभी उत्तराखंड के जनमानस का आक्रोश कम होगा और आने वाले समय में ऐसे जघन्य अपराधों पर रोक लग सकेगी।
पुतला दहन करने वालों ने कांग्रेस प्रदेश महासचिव विजय गुनसोला, प्रदेश सचिव मुशर्रफ अली, कुलदीप पवार,महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष दर्शनी रावत, सेवादल अध्यक्ष आशा रावत, युवा कांग्रेस अध्यक्ष नवीन सेमवाल, एनएसयूआई के अध्यक्ष हरिओम भट्ट, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मान सिंह रौतेला, खुशीलाल, किशोर सिंह मंद्रवाल, दिनेश पवार, जमीर अहमद, किशोरी लाल सेमवाल, नफीस खान, अनीस खान शंभू सिंह भंडारी, गौरव नेगी, अमन राणा, विपिन, गोलू आदि शामिल रहे।