यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए राज्य सचिवालय स्थित आपदा परिचालन केंद्र को सक्रिय कर दिया गया है। परिचालन केंद्र और राज्य सरकार का अभिसूचना विभाग परस्पर समन्वय के साथ सूचनाओं जुटाने और उन्हें विदेश मंत्रालय के साथ साझा करने का काम करेगा।
बुधवार को अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सभी जिलाधिकारियों को यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के छात्रों व अन्य लोगों की सही लोकेशन का पता लगाने के लिए उनके परिजनों से संपर्क करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिनसे संपर्क नहीं हो पाया है, उनके घरों में टीमें भेजकर सूचनाएं जुटाई जाएं। बैठक में बताया गया कि यूक्रेन में उत्तराखंड के 282 लोगों के फंसे होने की सूचना है। अभी तक 33 नागरिकों की वापसी हो चुकी है। अन्य लोगों को लाने के लिए केंद्र सरकार के स्तर पर निरंतर प्रयास हो रहे हैं।
रतूड़ी ने सचिवालय में वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से बैठक की। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को कहा कि यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के नागरिकों एवं छात्रों की वर्तमान लोकेशन की जानकारी शासन एवं दिल्ली स्थित स्थानिक आयुक्त एवं एमईए को भी समय-समय पर दी जाए, ताकि सभी सूचनाओं का आदान-प्रदान विदेश मंत्रालय को शीघ्रता से किया जा सके।
उन्होंने कहा कि यूक्रेन सीमा से लगे अन्य देशों में भारतीय दूतावासों से भी जानकारी ली जा रही है। अभी तक उत्तराखंड के 282 लोगों की सूचना प्राप्त हो चुकी है, जो यूक्रेन और उसके आस-पास के देशों में फंसे हैं, जिनमें से 33 सकुशल घर वापस लौट चुके हैं।
बैठक में अपर मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन, एडीजी इंटेलीजेंस संजय गुंज्याल, सचिव एसए मुरुगेशन, विनोद कुमार सुमन, डीआईजी इंटेलीजेंस निवेदिता कुकरेती, अपर सचिव सोनकर, वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी एवं एआरसी अजय मिश्रा मौजूद थे।
छात्रों व परिजनों के व्हाट्सअप ग्रुप
बैठक में बताया गया कि यूक्रेन में फंसे छात्रों एवं उत्तराखंड में निवासरत उनके परिजनों के मोबाइल नंबर को जोड़ते हुए तीन व्हाट्सअप ग्रुप बनाए गए हैं। इन समूहों से सभी वरिष्ठ अधिकारी भी जुड़े हैं। यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजनों से जिला स्तर के अधिकारी व्यक्तिगत रूप से निरंतर संपर्क बनाए हुए हैं।
बेहतर समन्वय को नोडल अफसर
शासन स्तर पर बेहतर समन्वय के लिए सचिव विनोद कुमार सुमन को नई दिल्ली में नोडल अफसर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सुमन दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। जिला व तहसील स्तर पर भी नोडल अफसर बना दिए गए हैं। इनके अलावा पुलिस विभाग के स्तर पर भी नोडल अफसर बनाए गए हैं।
दिल्ली व मुंबई में समन्वय केंद्र
प्रभारी मुख्य सचिव ने कहा कि दिल्ली एवं मुंबई में राज्य की ओर से यूक्रेन से आने वाले उत्तराखंडवासियों के लिए समन्वय केंद्र बनाया गया है। सभी आगंतुकों के लिए ठहरने एवं खाने की व्यवस्था की गई है। दिल्ली से अपने गंतव्य तक लाने की व्यवस्था राज्य की ओर से की गई है।
आपदा परिचालन केंद्र सक्रिय
प्रभारी मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के लोगों को सकुशल वापस लाने एवं उनकी वर्तमान लोकेशन की जानकारी के लिए राज्य स्तर पर राज्य आपदा परिचालन केंद्र को सक्रिय किया गया है। इस केंद्र में सभी जिलों एवं अभिसूचना विभाग से प्राप्त सूचनाएं आरसी ऑफिस एवं एमईए को दी जाएंगी।