राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी में जल शक्ति मंत्रालय के तहत पूरे प्रदेश भर में चलने वाले नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत गंगा की स्वच्छता सरंक्षण और जागरूकता को लेकर आज कार्यशाला का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की छात्रओं द्वारा स्वागत गान और सरस्वती वंदना द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया।
इस कार्यशाला का उदघाटन टिहरी विधायक डॉ.धन सिंह नेगी द्वारा किया गया। उन्होंने अपने उद्बोधन में सभी छात्र छात्राओं का आह्वान किया कि वह गंगा की स्वच्छता के साथ-साथ गंगा की सहायक नदियों की भी स्वच्छता का ध्यान रखें और इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाएं, क्योंकि भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और जनजीवन गंगा पर आश्रित है।
इस कार्यशाला के विशिष्ट वक्ता हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय भूगर्भ विज्ञान विभाग के प्रोफेसर एच.सी.नैनवाल ने हिमालय के ग्लेशियरों पर जलवायु परिवर्तन से पड़ने वाले प्रभाव का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि हिमालय क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष लगने वाली आग से उत्सर्जित कार्बन ग्लेशियरों के पिघलने का एक महत्वपूर्ण कारण है।
उन्होंने अपने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन में विस्तार से जलवायु परिवर्तन और ग्लेशियरों पर पड़ने वाले प्रभाव का प्रस्तुतीकरण किया। कार्यशाला के विशिष्ट अतिथि डॉ.आर.बी.एस रावत पूर्व मुख्य वन संरक्षक उत्तराखंड ने अपने उद्बोधन में जल के महत्व, सरंक्षण और जागरूकता पर बल दिया और कहा कि हमारे छात्र छात्राओं को पारंपरिक ज्ञान को जानने वाले लोगों से सीखने की जरूरत है और इस संबंध में लोक परंपरा से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं।
इस अवसर पर विधायक धन सिंह नेगी, आर.बी.एस रावत, डॉ.एच.सी नैनवाल और ओएनजीसी के भूतपूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर दीवान सिंह रावत ने महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका अभिव्यक्ति के संयुक्त अंक एवं महाविद्यालय के हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉक्टर संजीव सिंह नेगी की पुस्तक ‘ हिंदी कविता आदि काल से रीतिकाल ‘ का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर नमामि गंगे कार्यक्रम के महाविद्यालय संयोजक डॉ पी.सी.पैन्यूली ने मंचासीन सभी अतिथियों का परिचय एवं धन्यवाद ज्ञापन किया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ रेनू नेगी ने सभी कार्यशाला में उपस्थित अतिथियों का शाल एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.आशा डोभाल द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के डॉ.डी.पी.एस भंडारी, डॉ.संदीप बहुगुणा, डॉ.पद्मा वशिष्ट, डॉ.कविता काला, डॉ.डी.एस.तोपवाल, डॉ.श्रीकृष्ण नौटियाल, डॉ सोबन सिंह, डॉ.इंदु शेखर मंमगाई, डा. इंदिरा जुगरान आदि उपस्थित रहे। इस अवसर पर नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत होने वाली निबंध पोस्टर प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को भी कार्यशाला के अतिथियों द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए।