– उत्तराखंड में जुलाई में लागू होगी नयी शिक्षा नीति
देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में ‘कम्प्यूटेशनल इंटेलिजेंस और स्मार्ट कम्युनिकेशन’ पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन में बोलते हुए राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि जुलाई माह में उत्तराखंड सरकार नयी शिक्षा नीति को लागू करने जा रही है, जिसके अंतर्गत शिक्षा तकनीक को भारतीय संस्कृति के साथ जोड़कर छात्रों तक पहुंचाया जाएगा|
पाठ्यक्रम इस प्रकार होगा जिसमें वेद, ज्योतिष, वैदिक गणित समाहित होंगे| इसके अलावा भारतीय ज्ञान परम्परानुसार रामायण, महाभारत की शिक्षा भी छात्रों को दी जायेगी| धन सिंह रावत ने कहा कि जब ब्रिटिश काल को पढ़ाया जा सकता है तो वैदिक काल पाठ्यक्रम में क्यों नहीं समिलित किया जा सकता। पाठ्यक्रम में उत्तराखंड राज्य के प्रसिद्ध हस्तियों को शामिल किया जाएगा।
आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्राइमरी स्कूल के अंतर्गत लाया जाएगा और अन्गंबादी शिक्षकों को प्राइमरी में पढ़ाने की शिक्षा दे जायेगी| वहीं, अब एमबीबीएस की शपथ विदेशी तौर तरीकों से ली जाती थी, परन्तु अब चरक विधि अनुसार शपथ दिलाई जायेगी| जल्द ही में उत्तराखंड राज्य में प्रत्येक 15 छात्रों पर एक शिक्षक को नियुक्त करने कि प्रक्रिया शुरू के जाएगी| इसके अलावा ‘पीएम श्री’ योजना के तहत विश्वस्तरीय आवासीय विद्यालय निर्मित किये जायेंगे|
यूएसईआरसी की निदेशक प्रोफ़ेसर डॉ. अनीता रावत ने बताया कि 13 जिलों में यूएसईआरसी दस प्रयोगशालाओं को विकसित करने जा रही है ताकि बच्चे प्रयोग आधारित शिक्षा ग्रहण कर सकें|लैब ऑफ़ फोनेटिक्स को भी विकसित किया जा रहा है| वहीं, वर्चुअल लैब का मॉडल सेंटर यूएसईआरसी को मिलने जा रहा है|