उत्तराखण्ड राज्य की प्रथम वन पंचायत बड़ेत पंचायत, रानीखेत में आयोजित हरेला वृक्षारोपण के तहत विभिन्न प्रजाति के कुल 200 पौधों का रोपण करने व साथ ही इनकी देखभाल करने का संकल्प लिया गया। ग्रामीणों का यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण के लिए खासा लाभप्रद साबित होगा।
यूं तो हरेला पर्व पूरे उत्तराखण्ड में मनाया गया, लेकिन रानीखेत के बड़ेत पंचायत में यह पर्व ग्रामीणों के द्वारा खास यादगार बनाया गया। यहां के स्थानीय जन प्रतिनिधि, ग्रामीण व महिला समूह ने वन विभाग की मदद से विभिन्न प्रजाति के कुल 200 पौधों का रोपण कर उनकी देखभाल करने का बाकायदा संकल्प लिया।
सीएम धामी ने दी ग्रामीण व महिला समूह को बधाई
इस पहल के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी सहित स्थानीय जन प्रतिनिधि, ग्रामीण व महिला समूह को बधाई देते हुए कहा कि निसंदेह ग्रामीणों का यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
सोशल मीडिया के माध्यम से सीएम श्री धामी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण उत्तराखण्ड की समृद्ध परंपरा रही है। वृक्ष एक जीवन के समान हैं रोपने के साथ ही इसकी देखभाल भी जरूरी है। आइए! मानव जीवन व धरती को समृद्ध बनाने वाले प्रकृति के इस अनमोल उपहार के संरक्षण व संवर्धन का प्रण लें और अपनी भावी पीढ़ी के लिए हरा-भरा व सुरक्षित कल बनाएं।