देहरादून। वैसे तो उत्तराखण्ड में अफसरशाही के आगे माननीयगण हमेशा दूसरे पायदान पर रहे हैं। प्रदेश में पहले तक जहां आए दिन विधायक लोग अफसरशाही से खासे कुपित चल रहे थे, वहीं अब सूबे के मंत्री भी इस बेलगाम अफसरशाही के आगे लाचार एवं बेबस नजर आ रहे हैं।
इसका ताजा उदाहरण आज बुद्धवार को तब देखने को मिला, जब सूबे के शहरी विकास मंत्री व सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक विभागीय सचिवों के बैठक में अनुपस्थित होने पर खुद ही बीच में बैठक छोड़ कर चले गए।
उल्लेखनीय है कि कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने आज बुद्धवार को अगले वर्ष होने वाले हरिद्वार कुम्भ के निर्माण कार्यों की समीक्षा के लिए बैठक आहूत की थी। इस बैठक में सिंचाई, ऊर्जा, लोनिवि, शहरी विकास समेत अन्य विभागों के सचिवों को बुलाया गया था, लेकिन आज की इस बैठक में सिर्फ सचिव शहरी विकास विभाग शैलेश बगोली और सचिव लोनिवि आरके सुधांशु ही शामिल होने पहुंचे।
बैठक में अन्य सचिवों की गैर मौजूदगी को देख मंत्री नाराज हो गए। इसके बाद वह कुछ देर बैठने के उपरांत बीच में ही बैठक छोड़ कर निकल गए। हालांकि मीडिया के आगे उन्होंने अपना गुस्सा और नाराजगी प्रकट नहीं की और कहा कि जल्द ही इस संबंध में अगली बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें सभी सचिव एवं अधिकारी मौजूद रहेंगे।