नई टिहरी। उत्तराखंड में टिहरी जिले के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल यूं ही पीएमओ की पसंद नहीं बने हैं। आईएएस अधिकारियों में उनकी अलग तरह की कार्यशैली उनकी पहचान बनी है। चाहे केदारनाथ आपदा पुर्ननिर्माण की बात हो तब चाहे जिले के दुर्गम से दुर्गम क्षेत्रों का भ्रमण हो, हर रास्ते पर चलकर आम लोगों की तरह पैदल चलकर विकास योजनाओं का निरीक्षण या फिर जन समस्याओं के निदान के प्रति उनकी खास रूचि उन्हें अन्य अधिकारियों से अलग करती है।
इस बार वह टिहरी जनपद के सुदूरवर्ती सीमांत गांव गंगी पहुंच गए। पहाड़ी रास्तों से होते हुए करीब 18 किमी पैदल दूरी नापकर जब वह गंगी पहुंचे तो वहां क ग्रामीण भी उन्हें देखकर गदगद हो उठे। गंगी पहुंचकर जहां उन्होंने पहले आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया वहीं ग्रामीणों के साथ चैपाल लगाकर जन समस्याएं भी सुनी।
गंगी गांव में चैपाल में उपस्थित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के समक्ष आपदा से क्षतिग्रस्त हुए सम्पर्क मार्ग, रास्तों, पैदल पुलों और विद्यालय भवन का शीघ्र निर्माण करने की मांग उठाई। मौके पर डीएम ने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को तीन माह से यातायात के लिए बंद पड़ी घुत्तू-रीह-गंगी मोटर मार्ग को जल्द खोलने के निर्देश दिए।
विदित हो कि भिलंगना ब्लॉक के सीमांत गांव गंगी में बीते 10 अगस्त को वर्षा से भारी नुकसान हुआ था। गांव के बीचों बीच बहने वाला गदेरा उफान पर आने से दस लोगों के मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए थे। इसके अलावा तीन गोशाला ढहने से 15 पशु भी मलबे में दबकर जिंदा दफन हो गए थे। वर्षा से पेयजल लाइन, घराट, संपर्क मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गए थे।
निर्माणाधीन 20 किमी घुत्तू-रीह-गंगी सड़क मार्ग भी आपदा से क्षतिग्रस्त होकर जुलाई से यातायात के लिए बाधित है। डीएम मंगेश घिल्डियाल और सीडीओ अभिषेक रूहेला बीते रोज पैदल दूरी तय कर गंगी गांव पहुंचे थे। गंगी में भ्रमण के दौरान डीएम ने ग्रामीणों की समस्याओं के संबंध में विभागीय अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
ज्ञात हो कि 2012 बैच के आईएएस अधिकारी एवं राज्य के लोकप्रिय नौकरशाहों में शामिल डीएम मंगेश घिल्डियाल को अभी हाल ही में चार वर्ष के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय में अंडर सेक्रेटरी के पद पर नई जिम्मेदारी मिली है। इस बाबत उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री कार्यालय में काम के लिए चयन किया गया है। कहा कि वहां जो भी जिम्मेदारी मिलेगी मैं उसका पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करूंगा।