उत्तराखंड के टिहरी में भिलंगना ब्लॉक के नौताड़ तोक में बादल फटने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। बारिश और भूस्खलन ने यहां भारी तबाही मचाई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यहां क्षेत्र में प्रभावितों का हाल जानने पहुंचे।
उत्तराखंड के टिहरी में भिलंगना ब्लॉक के नौताड़ तोक में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। यहां एक व्यक्ति के गदेरे में बहने की सूचना है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि नौताड़ तोक में एक होटल बह गया। जिसमें होटल स्वामी भानु प्रसाद(50), उनकी पत्नी नीलम देवी(45) व पुत्र विपिन(28) लापता थे। रेस्क्यू अभियान के दौरान भानु और उनकी पत्नी नीलम का शव घटनास्थल से 100 मीटर दूरी पर बरामद कर लिया गया है, जबकि विपिन की मौत अस्पताल ले जाते समय हो गई। वहीं, युवक लापता है। उधर, कई पशु भी भारी मलबे में दबे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज सुबह 10 बजे घनसाली के आपदा प्रभावित क्षेत्र में हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंच रहे हैं। मौके पर डीएम टिहरी और विधायक घनसाली पहुंच गए हैं।
घनसाली -तिलवाड़ा मोटर मार्ग पर मुयाल गांव गदेरे पर बना मोटर पुल बह गया है। देर शाम से भिलंगना ब्लॉक क्षेत्र में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। रात 9 बजे की लगभग मुयाल गांव का गदेरा उफान पर आने से किमी आठ के समीप बना मोटर पुल आपदा की भेंट चढ़ गया है। जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय से बताया गया है कि घनसाली -तिलवाड़ा मोटर मार्ग पर मुयाल गांव के समीप बना पुल बह गया है। प्रशासन की टीम को मौके के लिए रवाना किया गया है।
उत्तराखंड के टिहरी जिले के घनसाली में आपदा के जख्म अभी भरे नहीं कि आज क्षेत्र में हो रही भारी बारिश से फिर बादल फटने से आपदा आ गई है। यहां पर 5-6 गाड़ियां बह गई हैं। AE pwd मौके पर है। जेसीबी रवाना। जखन्याली के पास नौताड़ गदेरे में बादल फटने से गदेरे के पास खुले होटल के बहने तथा मुयालगांव में घनसाली-चिरबिटिया मोटरमार्ग को जोड़ने वाली पुलिया बहने की सूचना है।
ज़िला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि घनसाली के जखनियाली में तीन लोग लापता बताए जा रहे हैं। दो शव बरामद कर लिए गए हैं।
भानु प्रसाद 50 वर्ष, नीलम देवी पत्नी 45 वर्ष, विपिन पुत्र 28 वर्ष बताया जा रहा है कि मिसिंग हैं।
घनसाली मुयालगांव में मोटर मार्ग का सीमेंट का पुल बह गया गादरे के किनारे रहने वाले लोगों को समय से पूर्व सचेत करके निकाल दिया गया परंतु उनकी मवेशी बह गए बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।
उत्तराखंड में बारिश ने तबाही मचा दी है। बुधवार देर रात केदारनाथ पैदल मार्ग पर अतिवृष्टि के बाद मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ गया। जिसके बाद यहां गर्मकुंड क्षेत्र बहने की सूचना है। वहीं,सुरक्षा को देखते हुए गौरीकुंड क्षेत्र को को खाली करा दिया गया है।
ऊखीमठ के उपजिलाधिकारी अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी-भीमबली के बीच बादल फटा है। इस घटना से कई मीटर रास्ता भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। साथ ही मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से गौरीकुंड, सोनप्रयाग के निचले इलाके खाली करा दिए गए हैं। रामबाड़ा से केदारनाथ तक पूरी तरह से सुरक्षित है। इधर, अगस्त्यमुनि से लेकर रुद्रप्रयाग को भी हाई अलर्ट जोन में रखा गया है।