हरिद्वार में कुंभ अवधि के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालुओं की फर्जी कोरोना जांच के आरोप मामले में तीन लैब के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है।
हरिद्वार के सीएमओ डा0 शंभू कुमार झा की तहरीर पर पुलिस ने मैक्स कॉरपोरेट सर्विस, हिसार की नलवा लेबोरेट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और सेंट्रल दिल्ली की डॉक्टर लाल चंदानी लैब के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा मामले में जांच प्रारंभ कर दी है।
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कुंभ मेला हरिद्वार में फर्जी कोरोना जांच के मामले में शासन के निर्देश पर चल रही जांच के दौरान हरिद्वार जिला प्रशासन ने मैक्स कॉरपोरेट कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी पूरी कर ली है।
हरिद्वार डीएम सी रविशंकर के अनुसार मामले की प्रारंभिक जांच में कई गड़बड़ी सामने आई हैं और इसी आधार पर मैक्स कॉरपोरेट कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा।
विदित हो कि कुंभ मेला प्रशासन ने कोरोना जांच का काॅन्टेक्ट मैक्स कॉरपोरेट कंपनी को दिया था और इसी कंपनी ने ही इस कार्य के लिए 11 प्राइवेट लैब को अधिकृत किया था। शासन के निर्देश पर मामले में जांच जारी है।
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हरिद्वार में बीते एक से 30 अप्रैल तक हुए कुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं के कोरोना जांच रिपोर्ट में घपले की आशंका को देखते हुए जहां सूबे के सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी के निर्देशों के बाद हरिद्वार के जिलाधिकारी ने जांच शुरू कर दी है, वहीं इस मामल में कुंभ मेला प्रशासन ने भी आंतरिक जांच शुरू कर दी है। कुंभ मेला प्रशासन ने जांच के लिए नोडल अधिकारी समेत चार सदस्यों की कमेटी बनाई है।
उल्लेखनीय है कि हरिद्वार कुंभ में बीते अप्रैल माह में देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों श्रद्धालु कुंभ स्नान के लिए हरिद्वार आए। श्रद्धालुओं की कोविड आरटीपीसीआर और एंटीजन दोनों तरह की जांच का काम 11 निजी पैथोलॉजी लैबों के पास था। अब यह बात सामने आई है कि अधिकांश निजी लैबों की कोविड जांच में गड़बड़ी की गई है।
मामले में यह की गई जाँच टीम गठित
शासन के निर्देश के बाद जिलाधिकारी हरिद्वार सी. रविशंकर द्वारा गठित जांच समिति में अध्यक्ष सीडीओ सौरभ गहरवार, मुख्य कोषाधिकारी नीतू और जिला विकास अधिकारी पुष्पेंद्र चैहान शामिल हैं जो मामले में जांच कर रहे हैं।
इधर, कुंभ मेला प्रशासन की लापरवाही सामने आने पर कुंभ मेला अधिकारी (स्वास्थ्य) अर्जुन सिंह सेंगर ने भी सभी लैैबों की जांच करने को चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है, जिसमें नोडल अधिकारी डा0 एनके त्यागी, एसीएमओ डा0 एचडी शाक्या, लिपिक सुभाष चंद और फार्मासिस्ट प्रदीप पांडे शामिल हैं।
कुंभ में आए नहीं, मोबाइल पर आई कोविड जांच रिपोर्ट
प्राप्त जानकारी के अनुसार जो लोग हरिद्वार कुंभ में आए ही नहीं, उनके मोबाइल पर कोविड जांच की रिपोर्ट पहुंच गई। बताया जा रहा है कि इस मामले में एक फर्म की लगभग एक लाख जांचें सवालों के घेरे में आई हैं।
बताया जा रहा रहा है कि इनमें कई कोविड जांचें ऐसी थी, जिनमें एक ही मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया गया और एक ही पते पर 500 जांचें कराई गई। इसी आधार पर शासन ने डीएम हरिद्वार को मामले में जांच कर 15 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा है।