हरिद्वार महाकुंभ मेला में कोरोना जांच के कथित घपले की जांच अब अंतिम चरण में है। अगले दो तीन दिनों में जांच रिपोर्ट पूरी होते ही शासन को सौंपे जाने की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि कुंभ के दौरान लगभग 60 हजार लोगों की कोरोना जांच के सत्यापन में गड़बड़ी मिली है। इस प्रकरण में कुछ और लोगों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कराई जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 संक्रमण की दूूसरी लहर के दौरान कुंभनगरी हरिद्वार में आयोजित किए गए कुंभ में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के कोरोना टेस्ट किए गए थे। कुंभ मेला प्रशासन की ओर से ही इस कार्य के लिए अधिकृत अलग-अलग 11 लैबों से लगभग ढाई लाख श्रद्धालुओं की कोविड जांच करने का दावा किया गया था।
इस बीच कोरोना जांच रिपोर्ट में शिकायत के बाद सामने आए फर्जीवाड़ा को देखते हुए शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी हरिद्वार सी रवि शंकर ने जांच बैठा दी थी। जिले के सीडीओ सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित कर इस फर्जीवाड़े की जांच की जा रही है।
विदित हो कि इस जांच कमेटी को 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट शासन को देनी थी, लेकिन जांच में कई नए पहलू शामिल होने से समय अवधि बढ़ा दी गई। दो लैब और सर्विस प्रदाता फर्म के खिलाफ शहर कोतवाली में प्राथमिकी भी दर्ज करवाई गई थी।
जिला प्रशासन के अनुसार जांच रिपोर्ट अब अंतिम चरण में जारी है। बताया गया है कि अब तक 60 हजार जांच का सत्यापन किया गया है। 25 हजार की जांच सत्यापन अभी बाकी हैं। दो से तीन दिन बाद जांच रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज दी जाएगी।