पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सीएम पद से हटने का कारण नहीं समझ पा रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने अपने भाषण में छल का जिक्र किया, तो उन्होंने कहा, मैं कोई कारण नहीं समझ पा रहा हूं। त्रिवेंद्र आज गुरुवार को डोईवाला विधानसभा क्षेत्र बालावाला में होली मिलन कार्यक्रम में मीडिया कर्मियों से बातचीत कर रहे थे।
इस दौरान उन्होंने कहा कि चार साल के कार्यकाल में उन पर एक भी दाग नहीं लगा। वे राजनीति की काली सुरंग में एक साफ सुथरे बाहर निकले हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें चाहे कितने भी कष्ट झेलने पड़े, वे कष्ट झेलेंगे। लेकिन ईमानदारी के साथ काम करने से कोई उन्हें नहीं डिगा सकता। हो सकता है कुछ लोगों को इससे कष्ट हुआ हो। लेकिन वह आश्वस्त करते हैं कि वह राजनीतिक की काली सुरंग में बेदाग रहेंगे।
कार्यकर्ताओं के बीच पूर्व मुख्यमंत्री के दिल का दर्द छलक गया। उन्होंने महाभारत में अभिमन्यु के साथ हुए छल का भी जिक्र किया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं देख रहा हूं कि क्षेत्र के कार्यकर्ता काफी तकलीफ में हैं और भावुक भी हैं। मैं लगातार इस चीज को महसूस कर रहा हूं। मैंने उनसे कहा कि मैं जितने दिन भी इस पद पर रहा मैंने बहुत साफ-सुथरे तरीके से सरकार चलाने का प्रयास किया।
कोई भी दाग लगे, मैंने हमेशा उससे बचने का प्रयास किया। मुझे इस बात की खुशी है कि मैं इन चार वर्षों में अपने आपको साफ सुथरा बाहर निकला हूं। इस बात का गर्व हमारे प्रदेश को होना चाहिए। क्षेत्र के कार्यकर्ता को भी गर्व होना चाहिए जिनके कारण में विधायक व मुख्यमंत्री बना।
कार्यक्रम में देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा, मंडल अध्यक्ष अशोक राज पवार, रोशन लाल थपलियाल, सविता पवार, धीरेंद्र पवार, शिवपाल सिंह, अजय पाल सिंह रावत, विनोद खंडूडीं, दर्जा राज्यमंन्त्री राजपाल सिंह रावत, बृजभूषण गैरोला मौजूद थे।