अपडेट- दिनांक 3 मई 2020 समय-20.25
देहरादून। कोरोना महामारी के चलते देश के अलग अलग राज्यों में फंसे उत्तराखंड वासियों की घर वापसी के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सवा लाख पहुँच गया है । सूबे के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने एसओपी (स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर्स) तैयार कर बाकी राज्यों के साथ साझा कर दिया है।
मुख्य सचिव ने बताया कि लोग विभिन माध्यमों से सरकार के साथ संपर्क कर रहे हैं और खुद को ऑनलाइन वेबसाइट, फोन और कॉल सेंटर के द्वारा अपनी अपनी समस्या से अवगत करा रहे हैं । अधिकतर लोग दिल्ली, मुंबई, यूपी, पुणे, चंडीगढ़ एवं गुजरात जैसी जगह से संपर्क कर रहे हैं । उत्तराखंड लौटने वाले हर व्यक्ति को क्वारंटीन किआ जाएगा जिसमे ग्राम पंचायत प्रधानों की भी मदद ली जाएगी।
कैसे करे आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल– पढ़े इस लिंक द्वारा
लौटने वाले किसी भी प्रवासी में यदि कोरोना का लक्षण मिलता है तो उसे संस्थागत क्वारंटीन कर परीक्षण के लिए सैंपल लिया जाएगा। इन सभी के लिए आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना जरूरी होगा।सरकार ने यूपी में फंसे 1239 प्रवासियों की वापसी को 44 बसें उत्तर प्रदेश भेज दी हैं। प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा के राहत शिविरों में रह रहे 1400 उत्तराखंड वासियों की वापसी करवा ली है। इसके अलावा अंतरजनपदीय आवाजाही के लिए 43 बसों से 841 लोगों को उनके गृह जनपद भेजा गया है। बताया कि उत्तराखण्ड प्रवासियों की घर वापसी के लिए सरकार ने 12 विशेष ट्रेनें संचालित किए जाने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रेल मंत्री से इस बारे में वार्ता भी की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासियों की संख्या अधिक होने से उन्हें रेल के जरिए लाना सुविधाजनक रहेगा। रेल के आला अधिकारियों से प्रदेश सरकार लगातार संपर्क बनाए हुए है। साथ ही निजी वाहनों से आने की अनुमति प्रदान की जाएगी।
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